कहीं आप टॉयलेट सोप या एनिमल सोप से तो नहीं नहाते, जानिए अंतर

अपने शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ रखने के लिए हमें प्रतिदिन नहाने की आवश्यकता होती है। स्नान करना हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण कार्य है और स्नान करने के लिए हमें साबुन की आवश्यकता होती है। लेकिन आपको यह जानकर काफी आश्चर्य होगा कि जो साबुन आप लगाते हैं वह अधिकतर या तो टॉयलेट सोप होता है या फिर एनिमल सोप होता है। हैरानी की बात तो यह है कि भारत में अधिकतर लोगों को इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। अधिकतर लोग तो यह भी नहीं जानते हैं कि नहाने का साबुन बाथिंग सोप कहलाता है। अन्य प्रकार के साबुन का प्रयोग करने से आपको चर्म रोग जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। आज के इस लेख में हम साबुनों के प्रकार और उनके अलग-अलग उपयोगों के बारे में जानेंगे।

Toilet Soap – टॉयलेट सोप

टॉयलेट सोप का प्रयोग हम आमतौर पर टॉयलेट अथवा बाथरूम में करते हैं। इस साबुन का उपयोग अधिकतर हाथ धोने के लिए किया जाता है। टॉयलेट सोप को आमतौर पर वनस्पति, पशुओं से मिलने वाला वसा यानी एनिमल फैट और अन्य तेलों के मिश्रण से बनाया जाता है। इसमें रंग एवं सुगंध के लिए अलग-अलग प्रकार के तत्वों का प्रयोग होता है। टॉयलेट साबुन को आमतौर पर झाग बनाने और हाथों की अच्छी सफाई के लिए बनाया जाता है। इसका प्रयोग हाथों के अलावा अन्य जगहों पर करने पर त्वचा में कई बार खुजली व अन्य प्रकार के चर्म रोग होने की संभावना रहती है।

TFM Value of Dettol Soap
TFM Value of Dettol Soap

Animal Soap – एनिमल सोप

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि एनिमल सोप का प्रयोग जानवरों के लिए किया जाता है। यह साबुन अधिकतर कुत्तों, घोड़ों, भेड़ों व अन्य पालतू जानवरों के प्रयोग के लिए बनाये गए हैं। यह आमतौर पर प्राकृतिक तत्वों से बनाया जाता है जिससे जानवरों के फर एवं त्वचा को साफ और कंडीशन किया जा सके। परंतु लोगों को इस साबुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इस साबुन में अलग-अलग प्रकार के केमिकल्स का भी प्रयोग किया जाता है जो हमारे त्वचा एवं बालों के लिए सुरक्षित नहीं है।

Bathing Soap – बाथिंग सोप

बाथिंग सोप यानी नहाने वाला साबुन, इसे इस तरीके से बनाया जाता है कि हम इसका प्रयोग पूरे शरीर में कहीं भी कर सकते हैं। यह साबुन अधिकतर वनस्पति तेलों, जानवरों की चर्बी एवं सिंथेटिक डिटर्जेंट का प्रयोग करके बनाया जाता है। नहाने वाले साबुन का प्रयोग आमतौर पर त्वचा को स्वच्छ एवं मुलायम बनाने के लिए किया जाता है, इसके साथ ही हम इसका प्रयोग त्वचा पर जमी गंदगी को हटाने एवं त्वचा को पोषण देने के लिए भी करते हैं।

साबुन में TFM वैल्यू क्या होती है?

टीएफएम TFM (Total Fatty Matter) अर्थात टोटल फैटी मैटर, अर्थात इससे हम साबुन में उपलब्ध फैटी एसिड की मात्रा पता कर सकते हैं। इस मात्रा को प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है एवं यह साबुन की शुद्धता को भी बताता है। अधिक टीएफएम यह बताता है कि इस साबुन में कितना अधिक फैटी एसिड है और जितना अधिक फैटी एसिड हो साबुन की गुणवत्ता भी उतनी ही अधिक होती है। उपभोक्ता मामले विभाग DEPARTMENT OF CONSUMER AFFAIRS के 2014 के रिपोर्ट के अनुसार नहाने के लिए प्रयोग होने वाले साबुन का TFM वैल्यू 76% से अधिक होना चाहिए, वही टॉयलेट में प्रयोग होने वाले साबुन का TFM वैल्यू 70% – 60% के बीच होना चाहिए।

Soap With Highest TFM value in India
Soap With Highest TFM value in India

अधिक टीएफएम में वैल्यू वाले साबुन को अच्छा साबुन माना जाता है क्योंकि उसमें फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है। परंतु ऐसा नहीं है, फैटी एसिड हमारे त्वचा को मॉइश्चराइज एवं पोषण देते हैं लेकिन फैटी एसिड के अलावा भी साबुन में अन्य कई ऐसे तत्व शामिल होते हैं जो साबुन को उच्च गुणवत्ता वाला बनाते हैं। अतः साबुन को केवल उच्च टीएफएम वैल्यू के आधार पर नहीं देखना चाहिए अधिक टीएफएम वैल्यू के साथ-साथ साबुन में किस प्रकार के केमिकल्स का प्रयोग हुआ है एवं उसे कितने प्राकृतिक तरीके से बनाया गया है इस पर भी ध्यान देना चाहिए। 

वर्तमान में साबुन को सस्ता बनाने एवं साबुन में TFM की मात्रा बढ़ाने के लिए के लिए लोग एनिमल आयल (जानवरों की चर्बी) अथवा सस्ते व घटिया गुणवत्ता वाले तेल का प्रयोग करते हैं। इससे TFM की मात्रा तो बढ़ जाती है परन्तु यह हमारे त्वचा के लिए अत्यंत हानिकारक है।

Other Types of Soap: साबुन के अन्य प्रकार

आज बाजार में सभी कार्यों के लिए अलग-अलग प्रकार के साबुन उपलब्ध है। अतः साबुन खरीदने से पहले हमें उसके प्रयोग एवं उस से होने वाले लाभ हानि के बारे में भी जान लेना चाहिए। कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आप कोई अच्छा साबुन लेकर आए परंतु वह आपकी त्वचा के अनुकूल ना हो, जिससे बाद में आपको त्वचा संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। आइए जानते हैं बाजार में मुख्यतः कितने प्रकार के साबुन उपलब्ध है –

Organic Soap
Organic Soap

बाजार में कई प्रकार के साबुन उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • Bar Soap बार सोप- बार सोप का प्रयोग अधिकतर नहाने एवं हाथ धोने के लिए किया जाता है। यह अधिकतर वनस्पति तेल, जानवरों की चर्बी एवं सिंथेटिक डिटर्जेंट से बनाया जाता है।
  • Liquid Soap लिक्विड सोप-  लिक्विड साबुन अधिकतर बोतलों में मिला करते हैं इनका भी प्रयोग हम नहाने एवं हाथ धोने के लिए करते हैं। लिक्विड साबुन को हम आमतौर पर शैंपू के नाम से जानते हैं।
  • Antibacterial Soap एंटीबैक्टीरियल सोप-  एंटीबैक्टीरियल साबुन कुछ इस तरीके से बनाया जाता है जिससे यह हमारे त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया एवं कीटाणुओं को समाप्त कर सके। यह साबुन अधिकतर त्वचा संबंधित बीमारियों एवं इंफेक्शन इत्यादि होने पर इसका प्रयोग किया जाता है।
  • Natural Soap प्राकृतिक साबुन- नेचुरल साबुन / Organic Soap सभी प्राकृतिक सामग्रियों से बनाया जाता है। नेचुरल सोप का प्रयोग संवेदनशील त्वचा के लिए अति लाभकारी है। जिन्हें विभिन्न प्रकार के साबुन से एलर्जी इत्यादि होती है उन सभी के लिए यह साबुन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
  • Medicated Soap मेडिकेटेड साबुन- इस प्रकार के साबुन में कोल टार या सैलिसिलिक एसिड जैसे तत्व होते हैं जो कुछ त्वचा की स्थिति जैसे मुँहासे, एक्जिमा या सोरायसिस के इलाज के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इन साबुनों का प्रयोग मुख्यतः त्वचा सम्बंधित बीमारियों को समाप्त करने के लिए किया जाता है।
  • Saving Soap शेविंग साबुन: यह एक साबुन है जिसे एक समृद्ध झाग बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बालों को नरम करने और त्वचा को शेविंग के लिए तैयार करने में मदद करता है। शेविंग सोप में एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है, जिससे सेविंग के बाद किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
Lifebuoy Soap TFM Value
Lifebuoy Soap TFM Value

सही साबुन का चुनाव कैसे करें

साबुन चुनते समय सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आपकी त्वचा कैसी है। यदि आपकी त्वचा अति संवेदनशील है तो आपको नेचुरल सोप या विशेष रूप से संवेदनशील त्वचा के लिए बनाए गए साबुनों का प्रयोग करना चाहिए। यदि आपकी स्किन ऑयली है, तब ऐसे में आपको कम टीएफएम वैल्यू वाला साबुन उपयोग में लेना चाहिए।  यदि आपकी त्वचा में खुजली इत्यादि रहती है ऐसे में आपको एंटीबैक्टीरियल साबुन का उपयोग करना चाहिए। यदि किसी विशेष प्रकार के साबुन से आपकी त्वचा को नुकसान होता है तो ऐसे में आपको अपना साबुन बदल देना चाहिए।

कई बार ऐसा होता है कि आप जो साबुन उपयोग में ले रहे हैं वह साबुन आपके त्वचा के लिए उपयुक्त नहीं होता है, ऐसे में हमें अपना साबुन बदल देना चाहिए। यदि त्वचा से संबंधित अधिक समस्या हो तो ऐसे में हमें डॉक्टर से उचित परामर्स की आवश्यकता होती है।

Grade 1 Soaps available in India
Grade 1 Soaps available in India

निष्कर्ष

अंत में आप जिस प्रकार के साबुन का उपयोग कर रहे हैं वह आपकी त्वचा और आपके स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकता है। अतः बिना जानकारी के कोई भी साबुन का उपयोग कर लेना हमारे त्वचा के लिए अच्छा नहीं  होगा। अतः कोई भी साबुन उपयोग करने से पहले आप यह सुनिश्चित करने की यह आपकी त्वचा के लिए उत्तम है या नहीं, थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में कई बार हम गलत साबुन का उपयोग करते हैं जिससे भविष्य में हमें कई प्रकार के त्वचा संबंधित रोग भी हो जाते हैं।


हमें पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, शुभ दिन

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